Thyroid Patient: आज हम इस बारे में बात कर सकते हैं कि थायराइड के मरीज को चावल खाना चाहिए या नहीं? अक्सर कहा जाता है कि चावल खाने से न सिर्फ एनर्जी बढ़ती है बल्कि शुगर लेवल भी बढ़ता है।
मधुमेह या थायरॉइड रोगियों को नियमित रूप से चावल खाने से मना किया जाता है। भले ही वे सेवन कर रहे हों, कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। कहा जाता है कि चावल खाने से वजन बढ़ता है और शरीर भी बीमार हो जाता है। इस लेख के माध्यम से हम यह समझ सकेंगे कि मधुमेह के रोगी को चावल खाना चाहिए या नहीं?
Thyroid वालों को चावल खाना चाहिए या नहीं आई जाने
फिटनेस एक्सपर्ट्स की मानें तो Thyroid के मरीजों को अब चावल का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। यदि आप चावल खाने के शौकीन हैं और आपको थायराइड की बीमारी है, तो आपको निश्चित रूप से सफेद चावल के स्थान पर भूरे चावल का सेवन करना चाहिए। दरअसल,
Thyroid में चावल खाना गलत है क्योंकि चावल में ग्लूटेन प्रोटीन होता है। इसलिए चावल का सेवन थायराइड के लिए खतरनाक हो सकता है। ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो शरीर के भीतर एंटीबॉडी के उत्पादन को कम करता है, जो थायरोक्सिन हार्मोन के साथ समस्याएं पैदा कर सकता है।
Thyroid में क्यों नुकसान करता है चावल
दरअसल, चावल में स्टार्च होता है जिसके कारण यह पच जाता है और तुरंत भूख लगने लगती है। चावल में रोटी की तुलना में बहुत अधिक वसा होती है। इसलिए थायराइड के मरीजों को चावल से परहेज करना होगा।
चावल में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी बहुत अधिक होती है। चावल खाने से मेटाबॉलिक सिंड्रोम और थायराइड के साथ-साथ टाइप 2 डायबिटीज और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। अधिक मात्रा में चावल खाने से थायराइड के मरीज का वजन बढ़ सकता है।
Thyroid में चावल या रोटी ज्यादा फायदेमंद है
Thyroid चावल की तुलना में रोटी में अतिरिक्त कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और पोटेशियम होता है। जबकि चावल में बहुत कम मात्रा में ये खनिज मौजूद होते हैं। रोटी में चावल की तुलना में बहुत अधिक सूक्ष्म पोषक तत्व और फाइबर होते हैं। इसलिए चावल का सेवन करना वर्जित है।
अगर आप चावल के शौकीन हैं और थायराइड की बीमारी से पीड़ित हैं तो आपको इसे इस तरह खाना चाहिए। आप खाने में सफेद चावल का इस्तेमाल करते हैं। आप इसमें ढेर सारी सब्जियां शामिल करके इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। जिससे कि भारी मात्रा में प्रोटीन आपके शरीर में जा रहा है।